अभी अभी: ताबड़तोड़ झटके! 24 घंटों में थर्राई दुनिया

भारत के साथ ही दुनिया के अन्य कई देशों में भूकंप के झटकों को लगातार महसूस किया जा रहा है। शनिवार की सुबह म्यांमार में भूकंप आने की जानकारी है। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 दर्ज की गयी। भूकंप की पुष्टि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने की है। इसके पहले बीते दिन अफगानिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किये गए थे।
म्यांमार में भूकंप के झटके
दरअसल, आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे म्यांमार में भूकंप के झटके को महसूस किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, इसकी तीव्रता 4.3 माँपी गयी। हालाँकि जानमाल के नुकसान की फ़िलहाल अबतक कोई जानकारी नहीं मिली है। इसके पहले बीते दिन अफगानिस्तान में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है। भूकंप अफगानिस्तान में रात 11 बजकर 48 मिनट पर आया।
उत्तराखंड में रिक्टर स्केल पर 4 तीव्रता का भूकंप
भारत में भी लगातार धरती कंपकपा रही है। बीते दिन उत्तराखंड में भूकंप आया तो उसके पहले मेघालय और लद्दाख में झटकों से धरती थर्रा गयी। उत्तराखंड में तो ग्लेशियर फटने के बाद भूकंप आने से लोगों में डर है। यहां पिथौरागढ़ में शाम 4 बजकर 38 मिनट पर भूकंप को महसूस किए गए। इस दौरान इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4 रही।
भारत को भूकंप के खतरे (Earthquake Hazard) के आधार पर जोन-2, 3, 4 और 5 में बांटा गया है। जोन-2 को सबसे कम खतरे वाला, जबकि जोन 5 को सबसे ज्यादा खतरे वाला जोन माना जाता है। दक्षिण भारत (South India) के अधिकांश हिस्से सीमित खतरे वाले जोन-2 में आते हैं। मध्य भारत भी कम खतरे वाले जोन-3 में आता है।
जोन-5 में रखे गए हैं ये राज्य
बात करें जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, उत्तर बंगाल, दिल्ली और महाराष्ट्र की तो इन राज्यों को जोन 4 में रखा गया है। जबकि सबसे ज्यादा खतरे वाले जोन यानी जोन-5 में जम्मू-कश्मीर, पश्चिमी और मध्य हिमालय, उत्तर और मध्य बिहार, उत्तर-पूर्व भारत, कच्छ का रण और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह आते हैं।